Pradhanmantri Kaushal Vikas Yojana – शॉर्ट टर्म ट्रेनिंग: युवाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी पहल

Pradhanmantri Kaushal Vikas Yojana: भारत की युवा जनसंख्या देश की सबसे बड़ी संपत्ति है। इसे ध्यान में रखते हुए, भारत सरकार ने Pradhanmantri Kaushal Vikas Yojana (PMKVY) की शुरुआत की है, जिसका मुख्य उद्देश्य युवाओं को रोजगार से संबंधित प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाना है।

इस योजना के अंतर्गत चल रही शॉर्ट टर्म ट्रेनिंग पहल उन युवाओं के लिए एक बेहतरीन अवसर है, जो किसी तकनीकी या व्यावसायिक कौशल को सीखकर अपने करियर की शुरुआत करना चाहते हैं।

Pradhanmantri Kaushal Vikas Yojana

Pradhanmantri Kaushal Vikas Yojana – Overview

योजनाPradhanmantri Kaushal Vikas Yojana
शुरुआत वर्ष2015
संचालित संस्थाराष्ट्रीय कौशल विकास निगम (NSDC)
उद्देश्ययुवाओं को उद्योग के अनुसार कौशल प्रदान कर रोजगार योग्य बनाना
प्रशिक्षण अवधि150 से 300 घंटे (कोर्स के अनुसार)
पात्रता18-35 वर्ष, 8वीं/10वीं/12वीं पास, बेरोजगार युवा
आवेदन प्रक्रियाऑनलाइन और ऑफलाइन
आधिकारिक वेबसाइटwww.pmkvyofficial.org

Pradhanmantri Kaushal Vikas Yojana क्या है?

Pradhanmantri Kaushal Vikas Yojana (PMKVY) 2015 में भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक प्रमुख योजना है, जो स्किल इंडिया मिशन के अंतर्गत चल रही है। इसका मुख्य उद्देश्य युवाओं को उद्योगों की आवश्यकताओं के अनुसार कौशल प्रदान करना है, ताकि वे रोजगार प्राप्त कर सकें या आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ सकें।

शॉर्ट टर्म ट्रेनिंग (Short Term Training) क्या है?

Pradhanmantri Kaushal Vikas Yojana के अंतर्गत शॉर्ट टर्म ट्रेनिंग एक संक्षिप्त अवधि का प्रशिक्षण कार्यक्रम है, जिसमें 150 से 300 घंटे का प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। यह प्रशिक्षण नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (NSQF) के मानकों के अनुसार होता है और इसे राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (NSDC) द्वारा मान्यता प्राप्त प्रशिक्षण केंद्रों द्वारा संचालित किया जाता है।

Pradhanmantri Kaushal Vikas Yojana लाभ

1. लाखों युवाओं को नि:शुल्क स्किल ट्रेनिंग का अवसर

सरकार सभी ट्रेनिंग खर्चों को उठाती है। गरीब, ग्रामीण या आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के युवक/युवती को बिना किसी खर्च के आधुनिक और उद्योग के लिए तैयार कौशल सीखने का अवसर मिलता है। अब तक इस योजना के तहत 1 करोड़ से ज्यादा युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा चुका है।

2. रोजगार के लिए सीधे रास्ते का निर्माण

ट्रेनिंग खत्म होने के बाद युवाओं को कंपनियों में इंटरव्यू और प्लेसमेंट के अवसर प्रदान किए जाते हैं। विभिन्न क्षेत्रों जैसे आईटी, कंस्ट्रक्शन, हेल्थकेयर, बैंकिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स, ब्यूटी आदि में रोजगार के अवसर बढ़ जाते हैं। लाखों युवाओं को नामी कंपनियों में नौकरी पाने का मौका मिला है।

3. स्वरोजगार को बढ़ावा

शॉर्ट टर्म ट्रेनिंग से सीखे गए कौशल का उपयोग करके युवा अपने खुद के व्यवसाय की शुरुआत कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, ब्यूटीशियन कोर्स के बाद अपना सैलून, इलेक्ट्रिशियन बनने के बाद इलेक्ट्रिकल दुकान, और कुकिंग कोर्स के बाद फूड स्टॉल आदि। सरकार स्वरोजगार योजनाओं से जुड़ने में भी मदद करती है।

4. महिलाओं को सशक्त बनाने में बड़ी भूमिका

लाखों महिलाओं और लड़कियों ने इस योजना के माध्यम से प्रशिक्षण लेकर आत्मनिर्भरता प्राप्त की है। ब्यूटी और वेलनेस, फैशन डिजाइनिंग, और टेलरिंग जैसे पाठ्यक्रम महिलाओं के बीच बेहद लोकप्रिय हैं। अब कई महिलाएं अपनी खुद की दुकानों और ऑनलाइन प्लेटफार्मों से आय कर रही हैं।

5. ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में अवसरों की रोशनी

इस योजना के अंतर्गत देश के दूरदराज के गांवों और पिछड़े क्षेत्रों में प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किए गए हैं। अब उन क्षेत्रों के युवा, जो पहले शहरों तक नहीं पहुंच पाते थे, अपने गांव में ही कौशल सीख रहे हैं। इससे ग्रामीण रोजगार में वृद्धि और पलायन में कमी आई है।

6. सर्टिफिकेट की अंतरराष्ट्रीय मान्यता

NSDC द्वारा जारी किया गया प्रमाणपत्र न केवल राष्ट्रीय स्तर पर, बल्कि कई अंतरराष्ट्रीय स्तरों पर भी मान्य है। इससे योग्य युवा विदेशों में नौकरी के लिए आवेदन करने में सक्षम होते हैं।

7. आत्मविश्वास और सामाजिक स्थिति में वृद्धि

यह योजना न केवल आर्थिक रूप से, बल्कि मानसिक और सामाजिक दृष्टिकोण से भी विकास करती है। जब कोई युवा किसी क्षेत्र में कुशल हो जाता है, तो उसका आत्मविश्वास बढ़ता है और समाज में उसे नई पहचान और सम्मान प्राप्त होता है।

कौन-कौन से कोर्स उपलब्ध हैं?

शॉर्ट टर्म ट्रेनिंग के अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों में हजारों कोर्स उपलब्ध हैं, जैसे:

  • आईटी और आईटीईएस
  • इलेक्ट्रॉनिक्स एंड हार्डवेयर
  • हेल्थकेयर
  • टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी
  • ब्यूटी एंड वेलनेस
  • कंस्ट्रक्शन
  • ऑटोमोटिव
  • एग्रीकल्चर
  • टेक्सटाइल और हैंडलूम
  • बैंकिंग, फाइनेंस और इंश्योरेंस (BFSI)

पात्रता (Eligibility Criteria)

  • आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए।
  • आयु 18 से 35 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
  • न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता: 8वीं/10वीं/12वीं पास (पाठ्यक्रम पर निर्भर करता है)।
  • बेरोजगार या स्कूल/कॉलेज ड्रॉपआउट युवा इस योजना के लिए अधिक उपयुक्त हैं।

PMKVY के तहत शॉर्ट टर्म ट्रेनिंग के लिए आवेदन कैसे करें?

ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया:

  • सबसे पहले https://www.pmkvyofficial.org वेबसाइट पर जाएं।
  • Candidate Registration सेक्शन पर क्लिक करें।
  • आवश्यक विवरण जैसे नाम, पता, शिक्षा, मोबाइल नंबर, आदि भरें।
  • इच्छित कोर्स और नजदीकी ट्रेनिंग सेंटर चुनें।
  • सबमिट करें और रजिस्ट्रेशन की पुष्टि प्राप्त करें।

ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया:

  • अपने नजदीकी PMKVY सेंटर या CSC केंद्र पर जाएं।
  • आधार कार्ड, शैक्षणिक प्रमाण पत्र, और पासपोर्ट साइज फोटो साथ ले जाएं।
  • संबंधित अधिकारी से मार्गदर्शन लेकर फॉर्म भरें और आवश्यक दस्तावेज जमा करें।

निष्कर्ष:

Pradhanmantri Kaushal Vikas Yojana की शॉर्ट टर्म ट्रेनिंग भारत के युवाओं को रोजगार के लिए तैयार करने के साथ-साथ आत्मनिर्भर बनने के लिए भी प्रेरित करती है। यदि आप एक बेहतर करियर की खोज में हैं और बिना किसी खर्च के कौशल सीखना चाहते हैं, तो यह योजना आपके लिए एक बेहतरीन अवसर है।

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